कॉलेज छात्र प्रमोट : एक तरफ कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है और दूसरी तरफ UGC ने अंतिम वर्ष के छात्रों को अजीब कशमकश में डाल रखा है। सबसे पहले तो UGC ने मार्गदर्शिका निकाली जिसमें बताया गया कि पूरे भारत के सभी विद्यार्थियों के पेपर रद्द कर दिए गए हैं परंतु हाल ही में UGC ने एक नई मार्गदर्शिका निकाली है जिसमें बताया है कि पहले तथा मध्यम वर्ष के छात्रों को प्रमोट कर दिया जाएगा परंतु अंतिम वर्ष के छात्राओं की परीक्षाएं ली जाएगी।
हालांकि UGC ने यह भी कहा है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज अपने अनुसार अंतिम वर्ष के छात्रों के पेपर लेंगे। यदि वह चाहे तो ऑनलाइन मोड का भी प्रयोग कर सकते हैं। या फिर पूरी सावधानी के साथ कॉलेज परिसर में भी परीक्षाएं ले सकते हैं। लगभग सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों ने यह तय किया है कि वह अंतिम वर्ष के छात्राओं की परीक्षा को ऑनलाइन मोड के जरिए ही लेंगे। परंतु हर तरह की परीक्षाओं के अपने नुकसान है।
UGC के इस फैसले से अंतिम वर्ष के छात्र खुश नजर नहीं आ रहे हैं। उनका कहना यह है कि “हम ही क्यों”। सभी विद्यार्थियों को प्रमोट कर देना और फाइनल ईयर की परीक्षाएं लेना एक बहुत ही अनुचित फैसला है।
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हालांकि फाइनल ईयर के बच्चों ने इस बात का काफी विरोध किया और UGC से बहुत गुहार भी लगाई कि उन्हें भी बाकी विद्यार्थियों की तरह प्रमोट किया जाए। परंतु उनकी गुहार का UGC पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है। इसलिए अब उन बच्चों ने यह फैसला लिया है कि वह अपनी गुहार को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक पहुंच जाएंगे।
इसके लिए उन्होंने एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया है, जिसमें हजार या हजार से ज्यादा हस्ताक्षर होने पर उस गुहार को नरेंद्र मोदी जी को सौंप दिया जाएगा। विद्यार्थियों के पास बहुत कम दिन रह चुके हैं क्योंकि अधिकतर कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों ने अपनी डेटशीट जारी कर दी है। अब देखते हैं कि प्रधानमंत्री जी का इस गुहार पर क्या फैसला होगा। वह फाइनल ईयर के बच्चों को प्रमोट करेंगे या फिर उन्हें इस वर्ष पेपर देने पड़ेंगे।