भरतीय वायु सेना के बाद अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर स्टारर ‘गुंजन सक्सेना: कारगिल गर्ल के मकेर्स से इसकी स्ट्रीमिंग को बंद करने के लिए कहा है।
इसके साथ ही आयोग ने भरतीय वायु सेना की नकारात्मक छवि दिखाने के लिए माफी मांगने के लिए कहा है। बता दें की रिलीज़ के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है।
महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट में कहा, “अगर ऐसा है, तो फिल्ममेकर को माफी मांगनी चाहिए और स्ट्रीमिंग को बंद कर देना चाहिए. हमारे सुरक्षा बलों की खराब छवि क्यों दिखा रहे हैं, जबिक इसमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है.” इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि असली गुंजन सक्सेना को सामने आकर वास्तविकता बतानी चाहिए कि क्या उनके साथ लैंगिक भेदभाव होता था? रेखा शर्मा खुद सैन्य परिवार से संबंध रखती हैं. उन्होंने सुरक्षा बलों की छवि बिगाड़ने को अपराध माना है।
पूर्व वायु सेना अधिकारी गुंजन सक्सेना ने फिल्म के रिलीज़ होने पर खुशी ज़ाहिर की थी और कहा था की वह बहुत खुशनसीब हैं कि उनके जीवन पर फिल्म बनी है उन्होंने बताया कि भरतीय वायु सेना में उनके कमांडिंग ऑफिसर और सुपरवाईज़र बहुत ही सप्पोर्टिव थे। यह बात उन्होंने तब कही जब वायु सेना ने सेंसर बोर्ड को पत्र लिखकर फिल्म में उनकी गलत छवि दिखाने पर आपत्ति जताई थी।
एक अधिकारी ने बताया था, ‘‘भारतीय वायुसेना ने फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द करगिल गर्ल’ के उन कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को एक पत्र लिखा है जिनमें उसे अनुचित रूप से नकारात्मक ढंग से चित्रित किया गया है। “सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने कुछ वेब सीरीज में सशस्त्र बलों के जवानों के चित्रण पर कड़ी आपत्ति जताते हुए सीबीएफसी को पत्र लिखा था।
असली गुंजन सक्सेना ने भी फिल्म को उनके खिलाफ बताया है और अफ़सोस की बात यही है कि जहान्वी कपूर ने मिलकर उन्हें अपनी मीठी लेकिन झूठी बातों में फँसा लिया। महिलाओं को सेना में सबसे पहले समता प्रदान करने वाली वायु सेना की धूमिल छवि को इस फिल्म में दर्शाया गया है और इतना ही काफी है कि युवा इस फिल्म को कदापि न देखें क्योंकि सच से इसका कोई वास्ता नहीं है तो इसे बायोपिक कहना भी बेईमानी होगी।