उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र में महागठबंधन के साथ सरकार बनाए हुए 1 वर्ष पूरा हो चुका है। ऐसे में उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र सामना में शिवसेना के नेता संजय राउत को अपना साक्षात्कार दिया। इस साक्षात्कार में उद्धव ठाकरे काफी ज्यादा उत्तेजित नजर आए और उन्होंने बातों ही बातों में अपने विरोधियों को चेतावनी के साथ-साथ धमकी तक दे डाली। अपने इस साक्षात्कार में उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व के साथ-साथ अर्णब गोस्वामी, सुशांत सिंह राजपूत, आदित्य ठाकरे पर लगाए गए आरोप के बारे में खुलकर बातें कीं। उद्धव ठाकरे की धमकी उनकी राजनीतिक बौखलाहट को सामने ले आई है।
सामना पत्रिका के संपादक संजय रावत को इंटरव्यू देते हुए उद्धव ठाकरे ने उनके बेटे आदित्य ठाकरे को निशाना बनाया जाने को लेकर बात की उन्होंने कहा कि मुझे जबरन मजबूर ना किया जाए। परिवार पर हमला करना हमारी संस्कृति नहीं है और यह हिंदू संस्कृति भी नहीं है। मगर जो लोग हमारे परिवार को इन मामलों में खींच रहे हैं उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि उनके भी परिवार और बच्चे हैं उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं नपुंसक नहीं हूं और हिंदुत्व केवल मंदिर में जाकर घंटा बजाने के लिए नहीं है।
आगे उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और अपने विपक्षी दलों पर हमलावर होते हुए कहा कि उनके विरोधी कोई धुले हुए चावल नहीं हैं। अगर हमने तय कर लिया तो हम उनकी खिचड़ी बनाना भी जानते हैं। फिर मैं हाथ धोकर विरोधियों के पीछे पड़ जाऊंगा और तब बचना मुश्किल हो जाएगा।
जिस तरह से कुछ दिनों पहले उद्धव सरकार को निशाना बनाया गया है उस पर भी बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने अपने साक्षात्कार में कहा कि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी अपनी केंद्रीय सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। उन्हें इस बात का अहसास होना चाहिए कि सत्ता हमेशा के लिए नहीं रहती है। आज जिस कुर्सी पर बैठे हैं कल हो सकता है वह कुर्सी किसी और के पास हो।