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तन्मय तिवारी
इस धूर्त का नाम है प्रांजोय गुहा ठाकुरता … इसने द वायर पोर्टल में एक आर्टिकल लिखा था जिसमें इस ने यह दावा किया था गौतम अडानी के स्पेशल इकोनामिक जोन को मोदी सरकार ने 500 करोड़ रुपए का एक्स्ट्रा फायदा दिया है।
द वायर का मालिक बहुत चलाक निकला.. उसने आर्टिकल के नीचे एक डिस्क्लेमर डाल दिया आर्टिकल में लिखे विचार के लिए लेखक उत्तरदाई हैं पोर्टल का इससे कोई लेना-देना नहीं है ..द वायर इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता इसलिए द वायर तो बच गया
आज भुज की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने इस धूर्त की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है।
दरअसल गौतम अडानी ने तुरंत ही मानहानि का केस कर दिया था द वायर ने तो अदालत में यह कह दिया कि मैंने हमने डिस्क्लेमर जारी कर दिया था कि इस आर्टिकल के लिए लेखक जिम्मेदार हैं हम नहीं इसलिए अदालत में द वायर पोर्टल पर मानहानि की कार्रवाई नहीं चली यह पत्रकार महोदय 3 सालों तक अदालत को कोई ऐसा सबूत नहीं दे पाए उन्होंने दो बार अदालत में स्वीकार किया कि उन्होंने जो कुछ लिखा था सिर्फ मोदी की छवि खराब करने के मकसद से लिखा था।
अंत में आज जज साहब ने दिल्ली पुलिस को कड़ा आर्डर देते हुए कहा पत्रकार प्रोंज्योय गुहा ठाकुरता ने जानबूझकर किसी की छवि खराब करने के लिए आर्टिकल लिखा है इसलिए उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
ये धूर्त अदालत में माफी मांगने को तैयार हैं लेकिन अदानी ग्रुप उन्हें माफ करने के मूड में नहीं है बल्कि अदानी ग्रुप का के वकील का यह कहना था कि हम उन्हें सजा दिलवाना चाहते हैं।
और सबसे दुखद बात यह है रवीश कुमार ने प्रांजोय गुहा ठाकुरता के इसी आर्टिकल के सहारे 3 दिनों तक प्राइम टाइम किया था और अपने फेसबुक पेज पर चार बड़े-बड़े पोस्ट लिखे थे।