प्रभु श्री राम : क्या जय श्री राम का नारा और भारत माता की जय का नारा किसी भारतीय के लिए अपमानित करने वाला हो सकता है ?और अगर कोई भारतीय जय श्री राम और भारत माता की जय से खुद को अपमानित महसूस कर रहा है तब वह भारतीय हो ही नहीं सकता।
हुआ ये कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पे प्रोग्राम चल रहा था वहां देश के प्रधानमंत्री भी मौजूद थे,ममता बनर्जी को स्टेज पे दो शब्द नेता जी पर बोलने के लिए बुलाया गया,फिर भीड़ से हूटिंग शुरू हो गई “जय श्री राम” का और फिर क्या था दीदी भड़क कर आग बबूला हो गई और फटकार लगा के ये बोल दिया कि किसी को बुला कर अपमान नही करना चाहिए। मतलब जय श्री राम बोल दिया गया तो ममता दीदी का अपमान हो गया।
#WATCH | I think Govt's program should have dignity. This is not a political program….It doesn't suit you to insult someone after inviting them. As a protest, I won't speak anything: WB CM Mamata Banerjee after 'Jai Shree Ram' slogans were raised when she was invited to speak pic.twitter.com/pBvVrlrrbb
— ANI (@ANI) January 23, 2021
ममता बनर्जी न घर की रहेंगी ना घाट की रहेंगी।शांति दूतों को खुश करने के लिए उन्हें जय श्रीराम के नारे से एलर्जी हो गई है लेकिन जिन शांति दूतों को खुश कर रही है वह शांतिदूत पहले से ही ओवैसी के गोद में जाकर बैठ गए है।ममता की पार्टी के प्रवक्ता का बयान आया कि वह एक सरकारी कार्यक्रम था इसीलिए सरकारी कार्यक्रम में जय श्री राम का नारा लगाना गलत है मतलब सरकारी कार्यक्रम के तौर पर इफ्तार की पार्टी देना तथा मस्जिदों के मौलाना और मुवज्जिम की सैलरी देना जायज है? इतना दोहरा चरित्र लाते कहा से है ऐसे प्रवक्ता और नेता।
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मैं तो यही मानता हूं कि एक ऐसे समय को ममता ने गवा दिया जिसे वो भुना सकती थी और बीजेपी को जवाब दे सकती थी लेकिन उनको तो जय श्री राम से दिक्कत जो होने लगी है। ऐसे समय को मोदी जी बहुत अच्छे तरीके से भुना देते है। मुझे याद है एक बार मोदी जी असम गए थे तब वहां विपक्षी दलों के कुछ लोगो ने काले झंडे दिखाकर मोदी जी का विरोध किया था तब मोदी जी ने इस नकारात्मक आचरण का जवाब किस सकारात्मकता से दिया था कि बड़े-बड़े विरोधी भी उनके कायल हो गए थे।”मोदी जी ने उस काले झंडे को,शुभ काम से पहले नज़र न लगने वाला काला टीका बताया था।
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वैसे ही ममता दीदी चाहती तो अपने भाषण की शुरुआत जय श्री राम से करके विरोधियों को करारा जवाब दे सकती ,लेकिन ये बात भी है कि हर कोई मोदी नही हो सकता। क्योंकि मोदी कोई राक्षस नही है और राम के नाम से तो सिर्फ राक्षस ही घबराते है।