दिवाली की रात को लक्ष्मी जी हमारे घर आती हैं

अमित सिंघल चूंकि मैं सपरिवार पश्चिमी सभ्यता और परिवेश में रहता हूँ, मुझे यह स्पष्ट हो गया था कि सांता क्लॉज़ की कहानी का मेरे पुत्र पे असर पड़ेगा। आखिरकार, प्राइमरी स्कूल और मोहल्ले के मित्र उत्साह के साथ उसे बताएंगे कि उन्होंने सांता से क्या माँगा, रात में सांता उन्हें क्या उपहार देकर चला […]

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पितृपक्ष 2022

पितृपक्ष 2022 : आइए पितरों ! स्वीकारिए श्रद्धा और अन्नजल

पितृपक्ष 2022 : आइए पितरों ! स्वीकारिए श्रद्धा और अन्नजल  ! शास्त्रों में बारह प्रकार के श्राद्ध सूर्य की रश्मियों पर सवार होकर आए पितृगण , दक्षिण दिशा में बसा है पितरों का महालय लोक। आज 10 सितंबर से पितृलोक से धरती वासियों के पितरों का आगमन हो रहा है । सवेरे सूर्य की किरणों […]

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शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को नमन

सोनाली मिश्रा आपके राजनीतिक विचारों का समर्थन नहीं किया, परन्तु आपको जब जब किसी ने भी चर्बी गोला बोला, तो दिल दुखा! शिर्डी के प्रति जो जागृति आई, और जो लोग जागरूक हुए, उसमें आपका बहुत बड़ा योगदान था! आपको प्रणाम! यह हम हिन्दुओं का दुर्भाग्य है कि हमारी पीठों, हमारे मठों, के विषय में […]

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गणेश बप्पा मोरिया

हेमंत शर्मा गणेश बप्पा मोरिया ! गणेश शुभांकर हैं। विघ्नहर्ता हैं। कुशल प्रबंधक हैं। आदि लेखक हैं।सृष्टि के पहले लिपिकार हैं।शास्त्रों के ज्ञाता हैं।ऋद्धि और सिद्धि उनकी पत्नी है।शुभ यानी समृद्धि और लाभ उनकी संतानें हैं।बुरी नजरों के वे दुश्मन हैं।लोक में सबसे ज़्यादा उनकी व्याप्ति हैं। वे प्रकृति प्रेमी हैं।दूब घास से प्यार करते […]

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सनातन

कैप्लर से वर्षों पहले सनातन धर्म को था सौरमंडल का आभास

अश्विनी त्रिपाठी ग्रहों की खोज कैप्लर ने की और सौरमंडल की खोज कॉपरनिकस ने… सनातन का एक श्लोक प्रस्तुत है – ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च। गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।। इस मंत्र में पूरे नौ ग्रहों को शुभ करने की ब्रह्मा, विष्णु, महेश से प्रार्थना की […]

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मंदिर

मंदिर में जाने वाले लोग भिखारी होते हैं क्या ?

स्वामी चिदम्बरानन्द सरस्वती & संतोष जैन  कुछ लोग कहते हैं कि मंदिर जाने वाले भिखारी होते हैं, क्योंकि जो जाता है माँगने ही जाता है। पहली बात तो ये कि ऐसा कहकर वे भक्तों का अपमान ही करते हैं। दूसरी बात,मैं ये जानना चाहता हूँ कि क्या कोई बेटा अपने पिता से कुछ माँगे तो […]

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पुरातन भारतीय अस्त्र-शस्त्र

प्रमोद शुक्ल प्राचीन भारतवर्ष के आर्यपुरुष अस्त्र-शस्त्र विद्या में निपुण थे। उन्होंने अध्यात्म-ज्ञान के साथ-साथ आततियों और दुष्टों के दमन के लिये सभी अस्त्र-शस्त्रों की भी सृष्टि की थी। आर्यों की यह शक्ति धर्म-स्थापना में सहायक होती थी। प्राचीन काल में जिन अस्त्र-शस्त्रों का उपयोग होता था, उनका वर्णन इस प्रकार है- अस्त्र उसे कहते […]

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कैंसिल कल्चर

कैंसिल कल्चर का सनातन धर्म वाला नज़रिया

राज शेखर तिवारी आप लोगों में से बहुतों ने अभिनेता जॉनी डेप को कैंसल किए जाने पर कैंसल कल्चर के बारे में जाना। कुछ लोगों को यह कैंसल कल्चर आधुनिक काल के वामपंथियों की उपज लगती होगी। पर क्या यह कैंसल कल्चर आधुनिक डीडी लोगों का  या एलजीबीटा का बनाया हुआ पैंतरा है। तो इसका […]

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रक्षाबंधन

क्या रक्षाबंधन कम महत्वपूर्ण उत्सव है?

रूद्र प्रताप दुबे कई लोगों का मानना है कि रक्षाबंधन का वैदिक गंथों में इंद्राणी वाली कथा के अतिरिक्त कहीं उल्लेख नहीं मिलता इसलिए ये उत्सव कम महत्वपूर्ण है। वास्तव में ऐसा शब्द बदल जाने की वजह से हुआ है। हमारे वैदिक ग्रंथों में रक्षाबंधन को ‘श्रावणी’ कह कर सम्बोधित किया गया है। इसे वैदिक काल […]

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गान्धारी

गान्धारी, कुन्ती, द्रौपदी महान स्त्रियाँ कैसे बनी ?

रंजना सिंह गान्धारी, कुन्ती, द्रौपदी तीनों ही महान, पूज्य, ऐतिहासिक स्त्रियाँ जो श्राप और वरदान दोनों ही देने की क्षमता रखती थीं, महान कैसे बनीं और जीवन में विफल कहाँ हुईं,, स्मरण करने पर ध्यान में आता है कि जिस ओर इनका तप था, उसकी सिद्धि तो इन्हें मिली, किन्तु जो पक्ष इनके ध्यान/तप से […]

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