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अभिजीत श्रीवास्तव
स्वतंत्रता दिवस 2022 पर प्रधानमंत्री मोदी जी के आज के संबोधन में 3 महत्वपूर्ण बातें थी!
- विकसित भारत
- भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई
- गुलामी की मानसिकता/प्रतीकों से आजादी
अर्थात, भारत को विकसित बनाने का प्रयास वर्ल्ड क्लास हाईवे, एक्सप्रेसवे, मेट्रो, रेलवे, वाटरवे, सबको बिजली, पानी, घर इत्यादि के रूप में हम पिछले 8 वर्षों से देख ही रहे हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई भी हम पिछले कुछ महीने से भारत को अपनी बपैती समझने वाले नामदारों को ईडी के दफ्तर में घंटों पूछताछ के रूप में देख रहे हैं।
कैंसिल कल्चर का सनातन धर्म वाला नज़रिया
अकबर, औरंगजेब, बाबर जैसे मुगल आक्रांताओं का वास्तविक चरित्र बताकर, इनका महिमा मंडन स्कूली पाठ्यक्रम से हटाकर, तलवार के दम पर बदले गए पौराणिक शहरों के नामों का पुनः पौराणिक नामकरण करके और दुनिया में भारत का परिचय ताजमहल से नहीं गीता, रामायण और भारत की विरासत सनातन सभ्यता के प्रतीक प्राचीन मंदिरों से करवाया जाने लगा है।
पिछले 8 वर्षों में बहुत कुछ बदल चुका है, काफी कुछ बदलना अभी बाकी है।