कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पहले PM मोदी पर निशाना साधा लेकिन फिर बाद में उन्हें जब अहसास हुआ तो उन्होंने माफ़ी मागने में देर नही की। दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की आजादी को लेकर पहले श्रीमती पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान का जिक्र किया फिर उन्होंने बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह को लेकर अपने योगदान का भी जिक्र किया। लेकिन कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को सही से पढ़ा नहीं और उन्होंने मोदी पर पलटवार कर दिया।
संजय राउत के तिखे सवाल, कहा सचिन वाझे कर रहा था वसूली और एक्सीडेंटली होम मिनिस्टर को पता नहीं था
शशि थरूर को जब अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ़ बोले गए शब्दों के लिए झटपट माफ़ी मांग ली। उन्होंने अपनी गलती मानते हुए उन्होंने कहा कि “मैंने जल्दबाजी में हेडलाइन और ट्वीट पढ़कर उन्होंने प्रतिक्रिया दी थी। हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया। जिसका मतलब था कि नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी के योगदान को नहीं बताया, लेकिन उन्होंने इसका जिक्र किया। सॉरी।”
पीएम मोदी ने बांग्लादेश की स्वंत्रता दिवस पर पर भाषण देते हुए आजादी के लिए सत्याग्रह और खुद के जेल जानें कि बात कही थी। पीएम मोदी ने कहा था “बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना मेरे जीवन के पहले आंदोलनों में से एक था। मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी, जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था।” हालंकि इससे पहले पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान की बात कही थी। लेकिन शशि थरूर ने सिर्फ़ पीएम मोदी के योगदान वाली ख़बर देखकर कहा था कि, “कि अंतरराष्ट्रीय ज्ञान: हमारे प्रधानमंत्री बांग्लादेश को भारतीय फर्जी खबर का स्वाद चखा रहे हैं। हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया।”
शशि थरूर को बाद में जब अहसास हुआ कि उन्होंने पीएम मोदी का पूरा भाषण सुने बिना ही खुद का भाषण सोशल मीडिया पर दे डाला तो थरूर ने झटपट अपने उस बयान के लिए माफी मांग ली।