Arvind Kejriwal Referendum Delhi: अरविंद केजरीवाल अपने सीएम पद को बचाने के लिए इसलिए रेफरेंडम करवाना चाहते हैं क्योंकि उन्हें दिल्ली की आप सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली शराब नीति घोटाले में आम आदमी पार्टी के कई नेताओं, जिनमें केजरीवाल के करीबी सहयोगी भी शामिल हैं, को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारियों के बाद, विपक्षी दलों ने केजरीवाल पर सरकार से इस्तीफा देने का दबाव डाला है।
केजरीवाल ने इस दबाव का जवाब देते हुए कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और अपनी सरकार को जेल से चलाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि वह एक रायशुमारी यानी रेफरेंडम करवाएंगे कि क्या दिल्ली के लोग चाहते हैं कि वह जेल से सरकार चलाएं या नहीं।
केजरीवाल का मानना है कि रायशुमारी से यह साबित हो जाएगा कि दिल्ली के लोग उनके साथ हैं और वह सरकार के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि रायशुमारी के परिणाम के बावजूद, केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोपों का असर पड़ेगा।
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केजरीवाल के लिए यह रेफरेंडम एक बड़ा जोखिम
केजरीवाल के लिए यह रेफरेंडम एक बड़ा जोखिम है। अगर रायशुमारी में उनके खिलाफ मतदान होता है, तो यह उनकी साख को भारी नुकसान पहुंचा सकता है और उनकी सरकार को गिरा सकता है। हालांकि, अगर रायशुमारी में उनके पक्ष में मतदान होता है, तो यह उन्हें अपनी सरकार को बचाने में मदद कर सकता है।
केजरीवाल के लिए यह रेफरेंडम दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।