गोपाष्टमी पूजा 2023 : गोपाष्टमी पर्व भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा के लिए समर्पित है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल गोपाष्टमी 20 नवंबर, 2023 को मनाई जाएगी।
गोपाष्टमी पूजा की विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें।
- एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर भगवान कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर रखें।
- मूर्ति के सामने एक थाली में दूध, दही, घी, शहद, फल, फूल, माला, प्रसाद आदि रखें।
- भगवान कृष्ण का ध्यान करते हुए उन्हें फल, फूल, माला आदि अर्पित करें।
- भगवान कृष्ण को दूध, दही, घी, शहद आदि से स्नान कराएं।
- भगवान कृष्ण को गीता का पाठ करें या कृष्ण स्तुति करें।
- भगवान कृष्ण से अपने सभी मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना करें।
- पूजा के अंत में भगवान कृष्ण को प्रसाद अर्पित करें और उसे प्रसाद के रूप में बांट दें।
गोपाष्टमी उपाय
- गोपाष्टमी के दिन गाय की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। गाय को स्नान कराएं और उसे दूध, दही, घी, शहद, फल आदि खिलाएं।
- गोपाष्टमी के दिन गाय के गोबर से बनी हुई चीजों का उपयोग करना भी शुभ माना जाता है।
- गोपाष्टमी के दिन गौ सेवा करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।
गोपाष्टमी कथा
एक बार भगवान कृष्ण अपने मित्रों के साथ गोकुल के चरागाह में गाय चराने गए थे। उस समय एक राक्षस ने गाय को चुराने का प्रयास किया। भगवान कृष्ण ने राक्षस का वध कर गाय को बचाया। इस घटना से गोपों को बहुत खुशी हुई और उन्होंने भगवान कृष्ण की जय-जयकार की।
गोपाष्टमी का महत्व
गोपाष्टमी का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। इस पर्व को मनाने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।
गोपाष्टमी के दिन गाय की पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता है। गाय को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है। गाय की पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जीवन में धन-धान्य की वृद्धि होती है।