सोनू पंजाबन की पूरी कहानी : आप सभी ने ‘फुकरे’ मूवी तो ज़रूर देखी होगी और मूवी का सबसे हिट किरदार भोली पंजाबन तो सभी को पसंद होगा। जिसको ऋचा चढ्ढा ने बखूबी अदा किया है। फिल्म में तो ऐसे किरदार बहुत ही रोचक लगते हैं पर क्या असल जिंदगी में ऐसे क्रिमिनल की समाज में कोई जगह होनी चाहिए?
तो चलिए आपको बता दें , कि भोली पंजाबन एक असल जिंदगी अपराधी है जिसका असल नाम बिल्कुल इस नाम से मिलता जुलता है और वो नाम है ‘सोनू पंजाबन’ जो की बहुत ही कुख्यात लेडी डॉन है। देह व्यापार की दुनिया इसका बहुत बड़ा नाम है।
सोनू , दिसंबर 2017 से जेल में बंद है। सेक्स रैकेट की दुनिया में सोनू को सेक्स रैकेट क्वीन के नाम से भी जाना जाता है। सोनू पर एक नाबालिग लड़की को किडनैप कर रेप और उसे बेचने का केस चल रहा है। सोनू पर पोक्सो एक्ट भी लगा हुआ है। कई हिस्ट्रीशीटर से उसके करीबी संबंध रह चुके हैं। जिनमे से कुछ लोग पुलिस एंकाउंटर में ढेर किये गए हैं।
जानिए गीता से सोनू बनने की कहानी
1980 में हरियाणा में जन्मी सोनू का असली नाम गीता अरोड़ा है। हाई स्कूल पास करने के गीता ने ब्यूटी पार्लर खोल लिया। 17 साल की छोटी उम्र में ही उसकी शादी विजय सिंह से हुई। जो एक एक हिस्ट्रीशीटर होने के साथ -साथ गैंगस्टर श्रीप्रकाश शुक्ला का साथी भी था। 2003 में यूपी एसटीएफ ने विजय सिंह को एक मुठभेड़ में मार गिराया।
तीन शादियों में से एक भी नहीं चली
विजय सिंह की मौत के बाद आर्थिक तौर पर मुसीबतें झेलती गीता ने वेश्यावृत्ति की दुनिया में कदम रखा। और बहुत ही प्रचलित कॉल गर्ल बन गयी। गीता को पैसे और पावर का शुरू से शौक था और वेश्यावृत्ति से मिली शोहरत के बाद तो गीता जैसे सातवें आसमान पर थी। इसी पावर की तलाश में वो सोनू ब्रदर्स के संपर्क में आई। दीपक और हेमंत सोनू दोनो ही दिल्ली एनसीआर की क्राइम दुनिया का बड़ा नाम थे। गीता ने बेशुमार ताकत के सपने को पूरा करने के लिए बड़े भाई दीपक सोनू से शादी कर ली।
दीपक और गीता की शादी को कुछ ही समय हुआ था कि 2004 में आसाम में हुई एक मुठभेड़ में पुलिस ने दीपक को ढेर कर दिया। इसके बाद गीता हेमंत की जिंदगी में आ गयी और उससे शादी कर ली। लेकिन, 2006 में पुलिस ने हेमंत और उसके दो साथियों का एंकाउंटर गुड़गांव बॉर्डर पर किया और ऐसे हेमंत का किस्सा भी समाप्त हुआ।
हेमंत ही वो वाहिद शख़्स है जिसने गीता को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। दिल्ली की क्राइम बिरादरी कहती है की गीता अरोड़ा ने पहले तो दीपक और हेमंत सोनू के दम पर अपना प्रोस्टिट्यूशन का धंधा फैलाया फिर खुद ही मुखबरी करके दोनो भाइयों को मरवा डाला। हालांकि ये बातें कितनी सच हैं इसका तो पता नहीं। आपको बता दें कि हेमंत सोनू की मौत के बाद ही गीता ‘सोनू पंजाबन’ के नाम से पॉपुलर हुई।
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सोनू के मॉडर्न बिजनेस का तरीका
सोनू पंजाबन के पास ना तो किसी बदनाम गली के पास कोई कोठा है और ना ही वो फिल्मी कोठे की सरदारनी की तरह मुह में पान दबाये रखती है। बल्कि सोनू तो मॉडर्न कॉल गर्ल जैसी वेशभूषा में रहती है और तो और नई तकनीक के सारे साधन के इस्तेमाल से ऑर्गनाइज्ड तरीके से काम करती है। बिना किसी कोठे की मालकिन बने करोड़ो में खेलती है। दर्जनों दलाल और अनगिनत फ्री लानसिंग वाली कॉलगर्ल्स उसके लिए काम करते थे। अपने क्लाइंट से मनमाने पैसे लेना, लड़कियों- दलालों को फिक्स रकम देना और बाकी खुद रख लेना यही वो काम था जिसके जरिये वो करोड़ो रुपये बैठे- बैठे कमाती थी। उसके अधिकतर काम तो कॉल से और व्हाट्स ऐप के आने के बाद वीडियो कॉल से ही हो जाते थे।
इसके अलावा लड़कियों को कम दाम में खरीदकर और ऊँचे रेट पर भी दिया करती थी। सोनू पंजाबन का नेटवर्क दिल्ली के अलावा कोलकाता, मुंबई, पंजाब और राजस्थान तक फैला हुआ था। उसके पास पांच हजार से पचास हजार तक की हर रेंज की कॉलगर्ल उपलब्ध होती थी। जिनमे स्कूल- कॉलेज की लड़कियाँ, एयर हॉस्टेस और टीवी कलाकार तक शामिल थी। सोनू की गिरफ्तारी के वक्त उसके पास 100 करोड़ की संपत्ति जब्त की गयी थी।
सोनू के करीबी और जानने वाले बताते हैं की सोनू पंजाबन की पर्सनालिटी में एक ऑथोरिटी है, एक दबंगई है। ठीक वैसे ही जैसे फिल्म ‘फुकरे’ में भोली पंजाबन का रवैया दिखाया गया है। लोग कहते हैं कि यूँ तो वो बड़ी मिलनसार है लेकिन खफा होने पर अपने हरियाणवी लहजे में चुनिंदा गालियाँ भी देती है। सोनू पंजाबन की गिरफ्तारी तो 2008 में हो गयी थी।
कई केस हैं दर्ज
लेकिन पैसा और पावर के चलते वो जमानत पर बाहर थी। 2017 के दिसंबर में पुलिस ने एक बार फिर सोनू को गिरफ्त में लिया। इस बार मामला, 16 साल की बच्ची से देह व्यापार करवाने का था। इस लड़की को भगा कर लाया गया था, उसे टॉर्चर करने के साथ ड्रग्स भी दिया गया और जबरदस्ती वेश्यावृत्ति कराई गयी। लखनऊ, रोहतक, दिल्ली जैसी कई जगहों पर बच्ची को तकरीबन 12 बार खरीदा बेचा गया था।
लड़की को जिस भी क्लाइंट के पास भेजा जाता था उसके साथ एक गार्ड भी उसके साथ मौजूद होता था। इसके बावजूद भी लड़की मौका पाकर वहाँ से भागकर नजफगढ़ थाने पहुँच गयी। हालांकि लंबे समय तक लड़की ने सोनू पंजाबन के खिलाफ मुह बन्द किया हुआ था। आखिरकार 2017 में लड़की ने हिम्मत कर पुलिस की मदद करने के लिए हामी भर दी और सोनू पंजाबन को जेल पहुंचाया गया।
आखिरकार सोनू को हुई सज़ा
राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में सबसे बड़ा सेक्स रैकेट चलाने वाली कुख्यात गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने 24 साल की सजा सुनाई है. जबकि उसके सहयोगी संदीप को 20 साल की सजा का ऐलान किया गया है।
दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने हाल ही में सोनू पंजाबन और संदीप को दोषी करार दिया था. दोषी करार दिए जाने के 2 दिन बाद तिहाड़ जेल में बंद शातिर सोनू पंजाबन ने मेडिसिन खाकर आत्महत्या का ड्रामा भी किया था. लेकिन अस्पताल में उसका इलाज किया गया और वो बिल्कुल ठीक हो गई थी।
घर के दीमक हैं अपराधियों के कर्ता धर्ता
ऐसे अपराधियों को बढ़ावा देने वाले और कोई नहीं बल्कि हमारे देश के ही बड़े बिजनेस मैन नेता, विधायक हैं। जो अपनी सुख सुविधा के लिए ऐसे अपराधियों को पनाह देते हैं । हम ,आप जैसे लोग भी फिल्मों में ऐसे किरदारों को ठहाके लगाकर देखते हैं। और सराहना भी करते हैं। लेकिन ज़रा सोचिये, क्या ऐसे अपराधियों के रहते हमारे घर समाज की बहन बेटियां सुरक्षित हैं?