स्वीडन मोलमो दंगे : स्वीडन के स्टॉकहोम में हाल ही में सोलना में एक कब्रिस्तान में दो किशोर लड़कों के साथ कथित रूप से बलात्कार हुआ था जिसके बाद उनके ऊपर अत्याचार कर और उन्हें दफन किया गया था। घटना शनिवार को सुबह लगभग 11 बजे हुई है। पुलिस के अनुसार, लड़कों को एक प्रस्ताव देने के बाद दोनों कब्रिस्तान में ले जाया गया। अपराधियों के प्रवासी पृष्ठभूमि के होने की सूचना है।
देश के कट्टरपंथी समूह ‘स्ट्रम कुर्स ’द्वारा कुरान की एक प्रति में आग लगाने के बाद स्वीडन के माल्मो शहर में दंगे भड़कने से छह दिन पहले यह घटना हुई थी। दंगाइयों ने टायर जलाए और पुलिस पर पथराव किया। देश में ‘शरणार्थियों का स्वागत है ’प्रवासन नीति के खिलाफ जनता में रोष बढ़ा है क्योंकि देश में आपराधिक मामलों की संख्या बढ़ रही है।
इस घटना में पीड़ित लड़कों को 21 वर्षीय ईरानी आप्रवासी और एक ट्यूनीशियाई पिता से पैदा हुए 18 साल के व्यक्ति को स्ट्रिप (कपड़े उतार नग्न होने) के लिए मजबूर किया गया था जिसके बाद अपराधियों ने उन दोनों को गड्ढे में जबरन गिरा कर उन्हें आंशिक रूप से जिंदा दफन कर दिया गया। उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने उनके साथ बलात्कार किया। संदिग्धों पर अपहरण, उग्र हमले, डकैती और बलात्कार के आरोप लगाए गए हैं।
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पीड़ितों की सटीक उम्र के बारे में अभी पता नहीं चला है, हालांकि उन्हें 15 वर्ष से कम आयु की सूचना दी गई है, जो स्वीडन में सहमति से संबंध के लिए कानूनी उम्र से भी कम है। दोनों आरोपियों ने आरोपों से इनकार किया है। आरोपियों द्वारा अपहरण किए जाने के 10 घंटे बाद रविवार सुबह 8.39 बजे लड़कों को एक राहगीर ने देखा।
सात मिनट बाद, 18 साल के आरोपी को गिरफ्तार किया गया, सोलह मिनट बाद, पुलिस ने 21 साल के आरोपी को धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय एक संदिग्ध व्यक्ति के पीड़ित के आइटम पहने होने की सूचना है। एक अदालत ने फैसला दिया कि अभियुक्त हिरासत में रहना चाहिए। हमले का मकसद अभी तक ज्ञात नहीं है। हालाँकि इस्लाम में कब्रों से लाशें निकाल कर संभोग करने के ममले पहले भी सामने आ चुके है।