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सुधांशु उपाध्याय
MBBS यानी उच्च स्तरीय चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई अब हिंदी में होगी, मध्य प्रदेश में। देश में यह एक क्रांतिकारी शुरुआत हो सकती है। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो अन्य राज्यों में भी मातृभाषाओं में चिकित्सा और इंजीनियरिंग की शिक्षा का वातावरण एवं उत्साह बनेगा।
अंग्रेजी में कमजोर किंतु मेधावी छात्रों को इससे मजबूत आधार और विश्वास मिलेगा। चिकित्सा विज्ञान का रहस्यमय और उलझाऊ माहौल कुछ सीमा तक सहज बन सकता है।
विश्व भुखमरी सूचकांक का एजेंडा वाला चरित्र
इससे यह विज्ञान अभिजात वर्ग की गिरोहबंदी से भी मुक्त होगा। हिंदी और अन्य मातृभाषाओं की शक्ति और पहुंच का विस्तार होगा। यह विश्वास किया जाना चाहिए। स्वागतेय शुभारंभ।