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मधुलिका शची
लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लग गई है..! इस कदम से एक अच्छी बात यह होगी कि अब अधिकतर लड़कियाँ ग्रेजुएशन कर सकेंगी क्योंकि देश में कुछ जगहों पर इस बात के लिए मां बाप प्रतीक्षा करते थे कब बेटी 18 की हो और उसकी शादी कर दी जाय…..
महिला सशक्तिकरण की ओर एक और अच्छा कदम. अच्छी बात है कि लड़कियों के लिए शादी की उम्र इक्कीस वर्ष कर दी गई है।
इससे लड़कियां कम से कम ग्रेजुएशन तो कर ही लिया करेंगी अब बस सरकार सभी लड़कियों के लिए ( लड़कों के लिए भी) कॉलेज और खुलवा दे।
कुल दस प्रतिशत लड़कियों को भी कॉलेज में एडमिशन नहीं मिलता है इधर…..
वोट के लिये – 18 वर्ष
वाहन चलाने के लाइसेंस के लिए – 18 वर्ष
वयस्को के लिए बने चलचित्र देखने के लिए भी 18 वर्ष
लेकिन विवाह करने के लिए 21वर्ष !
जिंदगी का सच यही ! जब चीजें उपलब्ध हों तो हमें उनकी वैल्यू नहीं होती
जिंदगी का सच यही ! जब चीजें उपलब्ध हों तो हमें उनकी वैल्यू नहीं होती
यह कदम बिल्कुल सही है और एक समय पर एक ही शादी मान्य होनी चाहिए, पहले जीवन साथी के मरने या तलाक होने पर दुसरी शादी कर पाये हर नागरिक। शादी से बाहर किसी और औरत से पैदा किये बच्चों को कोई हक नहीं मिलना चाहिए। जो कोई किसी को बिना बताए, एक पति/पत्नी के रहते दूसरी शादी करे तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। सब सही हो जायेंगे अपने आप से।
अगर समान रूप से सभी नागरिकों के लिए लागू हो तो स्वागत योग्य है अन्यथा तो 13 साल में भी निकाह जायज है। सरकार जो कर रही है उस पर काफी मंथन किया गया है, समय काल के हिसाब से हमें सरकार से सहमत होना चाहिए। लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 वर्ष होगी। देर से लिया गया एक सही कदम।